मैंने सी रखी हैं कुछ चाहतें अपनी .. दिल में ही तुम गर साथ दो तो हाल-ए-दिल .. लफ्ज़ों मैंने सी रखी हैं कुछ चाहतें अपनी .. दिल में ही तुम गर साथ दो तो हाल-ए-दिल .. ...
ए दिल! बता मुझको उनसे दिल लगाने की सज़ा मिली तो क्यों मिली मुझको । ए दिल! बता मुझको उनसे दिल लगाने की सज़ा मिली तो क्यों मिली मुझको ।
जज्बातों को उसने आखिर, बातों बातों में तोड़ दिया। जज्बातों को उसने आखिर, बातों बातों में तोड़ दिया।
समझौता हर बार अश्के नदामत से की है हमने ऐलाने बगावत तो इस बार की है समझौता हर बार अश्के नदामत से की है हमने ऐलाने बगावत तो इस बार की है
आखिर कब सब कुछ ठीक हो जाएगा ? आखिर कब सब कुछ ठीक हो जाएगा ?
जो हालात पर उतर गया कश्ती से, वो कहां अपना हुआ दिल की बस्ती में। जो हालात पर उतर गया कश्ती से, वो कहां अपना हुआ दिल की बस्ती में।